गोरखपुर डेस्क।।

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के नव नियुक्त कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में बने गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ को अब इंटरनेशनल पीठ बनाने की तैयारी की जाएगी। पीठ में सभी धर्मों और हिंदी के साथ-साथ चाइनीज, जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश जैसे विदेशी भाषाओं को पढ़ाने का भरसक प्रयास किया जाएगा।

प्रो. सिंह ने कहा कि पीठ के लिए विदेशी शिक्षकों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की जाएगी। साथ ही यूनिवर्सिटी की प्रगति के लिए विदेशी सहयोग लेने की भी तैयारी है। मेरी पहली प्राथमिकता विश्वविद्यालय को नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क के शीर्ष 50 में शामिल कराने की है। इसके लिए दो वर्षों का समयावधि लगेगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का कोई भी विश्वविद्यालय इस रैंकिंग के शीर्ष 50 में शामिल नहीं है।

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