chauthastambhup.com । नौतनवां ।

वर्षों पहले पूर्वांचल का जो प्रसिद्ध गिट्टी-बालू मंडी नौतनवां उजाड़ हो चुका था। एक बार फिर से नेपाल सरकार के कुछ महत्वपूर्ण फैसलों के बाद उसके गुलजार होने के कयास लगाए जा रहे हैं। नेपाल सरकार द्वारा भारत में गिट्टी-बालू के निर्यात पर लगी रोक को हटाने के प्रस्ताव के बाद से एक बार फिर नौतनवां के गिट्टी-बालू व्यापारियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है।

दरअसल वर्ष 2008 में नेपाल सरकार द्वारा पर्यावरण के नुकसान का हवाला देते हुए भारत में गिट्टी-बालू के निर्यात पर रोक लगा दी गई थी। जिससे भारत में नेपाली गिट्टी-बालू का आना बंद हो गया। इस कारण पूर्वांचल की सबसे बड़ी गिट्टी-बालू की मंडियों में शुमार नौतनवां कस्बा दिन-प्रतिदिन उजाड़ होता चला गया। साथ ही यहां के बड़े-बड़े व्यापारियों की आर्थिक स्थिति भी खराब होती चली गई।

बता दें कि नेपाली वित्तमंत्री विष्णु पौडेल ने इस बजट में गिट्टी-बालू निर्यात से नेपाल के राजस्व को बढ़ाने का तर्क देते हुए एक प्रस्ताव पेश किया था। जिसमें नेपाल के 14 जिलों के 92 खदानों से खनिज के खनन और निर्यात की बात कही गई थी। इस मामले में नेपाल के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अंतिम रिपोर्ट मांगी गई है।

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