chauthastambhup.com । नौतनवां ।

आज के मॉर्डन युग में अमूमन देखा जा रहा है कि लोग एकल परिवार की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। क्योंकि वे संयुक्त परिवार के बोझ तले दबना नहीं चाहते हैं। ऐसे लोगों का तर्क है कि सिंगल फैमली हमेशा सुखी रहती है। लेकिन कहीं न कहीं यही सोच लोगों को डिप्रेशन या चिड़चिड़ेपन की तरफ ले जा रही है।

इसी सोच की वजह से शादी के कुछ वर्षों बाद ही पति-पत्नी के रिश्तों में दरारें पैदा हो जाती हैं। यही आगे चलकर उनके तलाक का कारण भी बनता है। इस तरह के कंडीशन में केवल आपसी सूझबूझ और किसी की मध्यस्थता से ही घरों को टूटने से बचाया जा सकता है।

ऐसा ही एक मामला महराजगंज की महिला पुलिस थाना ने मध्यस्थता कर सुलझा दिया है। दरअसल जिले का एक दंपति किसी कारणवश एक दूसरे के साथ रहना नहीं चाहता था। किसी तरह से दोनों के बीच का मामला महराजगंज महिला पुलिस थाने में स्थापित परिवार परामर्श केंद्र में पहुंच गया। जहां महिला पुलिसकर्मियों की काफी कोशिश के बाद पति-पत्नी आपसी मनमुटाव को भुलाकर एक बार फिर से एक दूसरे के साथ रहने को तैयार हो गए।

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