corona vaccination news maharajganj
chauthastambhup.com । महराजगंज ।
एक तरफ केंद्र और राज्य सरकारें दावा कर रही हैं कि, देश के कोने-कोने में लोगों तक कोरोना वैक्सीन की पहुंच बड़ी आसानी से हो रही है। वहीं दूसरी तरफ जब हम इस दावे के जमीनी हकीकत की पड़ताल करते हैं तो स्थितियां इसके बिल्कुल उलट नजर आती हैं। वैक्सिनेशन सेंटरों पर सुबह 5 से ही लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग जा रही हैं। लगभग सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर धक्का-मुक्की और चीख-पुकार मची हुई है। यहां तक कि पुलिस प्रशासन भी इस बेकाबू भीड़ को संभालने में नाकाम साबित हो रहा है।
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कहीं-कहीं तो कोरोना वैक्सीन के डोज से चार-चार गुना अधिक लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा कल दिनाँक 26/07/2021 दिन सोमवार को महराजगंज जिले के नौतनवां तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर में देखने को मिला। जहां सुबह 6 बजे से ही वैक्सिनेशन के लिए करीब सात सौ लोग लाइनों में लगे थे। जबकि जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल 300 डोज का स्लॉट ही रतनपुर में भेजा गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने 10 बजे के बाद जैसे ही वैक्सिनेशन शुरू करना चाहा तभी बेकाबू भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी।
इसी दौरान महिला एन०एम० माया चौधरी का हाथ दरवाजे में फंस गया और गंभीर चोट लगने से खून निकलने लगा। घटना से गुस्साए स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सिनेशन शुरू होने से पहले ही बंद कर दिया। जिससे टीकाकरण कराने पहुंचे लोग आक्रोशित नजर आए। करीब 15 किलोमीटर दूर बरगदवा से वैक्सिनेशन के लिए पहुंची रीता और संगीता देवी ने चौथा स्तंभ यूपी न्यूज़ संवाददाता को बताया कि, बरगदवा स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना टीका न होने की वजह से हम दोनों लगातार पांच दिनों से सुबह में ही रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र पर आ रहे हैं। लेकिन अभी तक हमें अपना पहला डोज नसीब नहीं हो पाया है।
बैकुंठपुर निवासी विनोद विश्वकर्मा ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि, कुछ दिन पहले ही रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य गेट पर 300-300 रुपये में कोरोना वैक्सिनेशन की पर्ची बेची जा रही थी। जो 300 रुपये देकर पर्ची खरीद रहा था। केवल उसी को टीकाकरण के लिए अंदर जाने दिया जा रहा था। मैं भी किसी तरह अंदर पहुंच गया था। लेकिन तब तक वैक्सिनेशन बंद कर दिया गया। आज शनिवार को फिर से अपने पहले डोज के लिए सुबह 5 बजे से ही लाइन में खड़ा हूँ। लेकिन आज भी वैक्सीन नहीं मिल पाई। उन्होंने आरोप लगाया कि, स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अपने पहचान और पहुंच वाले बड़े लोगों को बगैर लाइन में लगे ही उनका टीकाकरण किया जा रहा है।
इस दौरान सीता देवी निवासी सोनौली, सहिदुन निशा निवासी रतनपुरवा, काजल निवासी बोदरवासे, हबीबुल्लाह निवासी मरजादपुर, शारदा, मंशा, रीता, संगीता, रमेश यादव, दुर्गेश विश्वकर्मा, अकरम अली, मनोज कुमार, त्रिलोकी, आफताब, सफीना, उमेश, राकेश, मुनिराम, रामेश्वर, पूजा, सोनमती, पुष्पा, विशाल, रामबेलास व मनीषा सहित तमाम लोगों ने वैक्सीन न मिल पाने को लेकर सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया।
वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर के कार्य प्रभारी डॉक्टर अशोक ने इन आरोपों का खंडन करते हुए चौथा स्तंभ यूपी न्यूज को बताया कि, कल सोमवार को नौतनवां तहसील क्षेत्र के रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को छोड़कर अन्य किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण नहीं हो रहा था। इस लिए रतनपुर में वैक्सिनेशन कराने वालों की भारी भीड़ जुट गई। वैक्सिनेशन शुरू होने से पहले ही बेकाबू भीड़ द्वारा धक्का-मुक्की शुरू कर दी गई।
इस वजह से हमारी एक महिला सवास्थ्यकर्मी को गंभीर चोटें आई हैं। जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि और संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की देशव्यापी हड़ताल की वजह से वैक्सिनेशन बंद करा दिया गया। कोरोना टीकाकरण के दौरान सुरक्षा को लेकर मैंने नौतनवां क्षेत्राधिकारी को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें सीओ द्वारा कम पुलिसकर्मियों का हवाला देते हुए एक महिला और एक पुरूष कांस्टेबल उपलब्ध कराया गया था। लेकिन केवल दो पुलिसकर्मी वैक्सिनेशन के दौरान उमड़ने वाली भीड़ को संभालने में नाकाफी साबित हो रहे हैं।
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