राजनीतिक डेस्क।।

नई दिल्ली: भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। प्रणब मुखर्जी 84 वसंत देख चुके थे। अस्पताल की तरफ से आज जारी एक स्वास्थ्य बुलेटिन में बताया गया कि मुखर्जी कोमा में हैं। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।

उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘भारी मन से आप सभी को सूचित करता हूँ कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी का अभी कुछ समय पहले ही निधन हो गया। आरआर हॉस्पिटल के डॉक्टरों के सर्वश्रेष्ठ कोशिशों और पूरे भारत के लोगों की प्रार्थनाओं और दुआओं के लिए मैं आप सभी को हाथ जोड़कर धन्यवाद देता हूं।’’

पूर्व राष्ट्रपति तबियत खराब होने पर 10 अगस्त को दिल्ली छावनी स्थित आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। उसी दिन उनके दिमाग में जमे ब्लड के थक्के को हटाने के लिए सर्जरी की गई थी। मुखर्जी को बाद में फेफड़े में भी इंफेक्शन हो गया। प्रणब 2012 से 2017 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे। उन्हें 2019 देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाज गया। 1969 में उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। मुखर्जी ने वित्त मंत्री, विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री सहित सभी बड़े पदों को संभाला है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा “पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। उनका जाना एक युग का अंत है। “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख एवं संवेदना प्रकट की।” कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर पी चिदंबरम ने मुखर्जी के मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा, ‘‘मुखर्जी एक महान राजनेता थे। उनके निधन से देश को बहुत बड़ी हानि हुई है। उन्हें अर्थव्यवस्था से लेकर आम आदमी से जुड़े मुद्दों की गहरी समझ थी। उनके योगदान के लिए देश उनका सदैव ऋणी रहेगा।’’

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